विचार-मीमांसा!!

विचार-मीमांसा के लिए पाउलो कोएल्हो का यह कथन बड़ा उपयुक्त है- ज़िंदगी बहुत छोटी है| हमारे पास इतना वक़्त नहीं है कि हम ज़रूरी शब्दों को अनकहा ही छोड़ दें| यह कथन मुझे दैनिक भास्कर के उस स्तम्भ में मिला, जहाँ कि हर रोज़ महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों की महत्त्वपूर्ण अभिव्यक्तियाँ प्रकाशित होतीं हैं| ये लेखक अल्केमिस्ट नामक प्रसिद्ध उपन्यास के लिए जाने जाते हैं| यह उपन्यास बहुत ही रोचक है, साथ ही जीवन के दिलचस्प रहस्यों को उजागर करता है| ये रहस्य ऐसे हैं, जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं और जीवन में अमल करने की शुरुआत कर सकते हैं| दिलचस्प परन्तु उतने ही महत्त्व के रहस्य इस प्रकार हैं-
¶ दुनिया में हर व्यक्ति के लिये एक खजाना उसकी प्रतीक्षा कर रहा है। 
¶ आपको सदा यह ज्ञात होना चाहिये कि आप क्या चाहते हैं।
¶ आपका दिल जहाँ है, वहीं पर आपको आपका खज़ाना मिलेगा। 
    ---पॉउलो कोएल्हो  के उद्धरण : द अलकेमिस्ट से।


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